मुक्केबाजों पिछली बार की कमी को पूरा करना, प्राइज मनी बाहर नहीं जानी चाहिए: अनुराग ठाकुर -

मुक्केबाजों पिछली बार की कमी को पूरा करना, प्राइज मनी बाहर नहीं जानी चाहिए: अनुराग ठाकुर

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बीएफआई ने चीता ‘वीरा’ को बनाया महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2023 का शुभंकर

विदेशी कोच दिमित्री दिमित्रुक ने कहा, हिंदुस्तान की बेटियां भारत माता का गौरव बढ़ाएंगी

 

राकेश थपलियाल 
नई दिल्ली: भारतीय महिला मुक्केबाज विश्व चैंपियनशिप 2023 में शानदार और सर्वश्रेष्ठ पदक विजयी प्रदर्शन के लिए पूरी तरह तैयार हैं। लगभग सभी मुक्केबाज देशवासियों से आशीर्वाद और शुभकामनाएं चाहती हैं।

शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब खिलाड़ी बार बार आशीर्वाद मांग रही थीं तो वहां मौजूद खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, अब तो, इस चैंपियनशिप के साथ # आशीर्वाद चला दो।

इस टूर्नामेंट में 20 करोड़ रुपये का विशाल पुरस्कार पूल भी रखा गया है। स्वर्ण जीतने पर 100,000 अमेरिकी डॉलर का ईनाम रखा गया है। रजत पदक विजेता को 50,000 अमेरिकी डॉलर और कांस्य पदक जीतने वालों को 25,000 अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि दी जाएगी।

अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि पिछली बार की कमी पूरा करना, इस बार ईनाम की धनराशि बाहर नहीं जानी चाहिए। युवा मुक्केबाजों के साथ खेल मंत्री मस्ती भरी टिप्पणियां कर उन्हे लगातार प्रेरित करते रहे।

मुख्य कोच भास्कर भट्ट के बोलने के अंदाज पर अनुराग ठाकुर ने चटकी लेते हुए कहा, इन्हे मुख्य प्रवक्ता भी बना देना चाहिए।

आईबीए महिला विश्व चैंपियनशिप 2023 का आयोजन 15 से 26 मार्च तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी कॉम्प्लेक्स में किया जाएगा।

खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “हमें बड़े अंतर्राष्ट्रीय इवेंट्स की मेजबानी करने की आदत डालनी होगी।इससे भाग लेने वालों के साथ देखने वाले खिलाड़ियों को भी लाभ भी लाभ मिलता है। मैं कुछ माह पूर्व मध्य प्रदेश में गया था तो मैंने देखा कि जहां मुक्केबाजी  की प्रैक्टिस चल रही थी उस इंडोर हाल के बाहर बहुत सी युवा लड़कियां भी खड़ी थी। मैंने उनसे पूछा कि यहां क्यों खड़ी हो? उन्होंने जवाब दिया कि वे अंदर खेल रहीं मुक्केबाजों को देखकर खेलना चाहती हैं। ये नई शुरुआत है।”

 

अनुराग ठाकुर ने कहा, “जैसा कि हम विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप आयोजित कर रहे हैं, मैं  बीएफआई के अध्यक्ष अजय जी से अनुरोध करूंगा कि हमें देश भर के युवा मुक्केबाजों को यहां आने और भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सितारों को देखने के साथ साथ-साथ किसी खास कार्यक्रम के माध्यम से कोचों से मिलने का अवसर देना चाहिए। भविष्य में उस स्तर तक पहुंचने के लिए तैयारी के बारे में एक विचार प्राप्त करने के लिए उनके लिए यह एक बड़ा मौका हो सकता है। मैं बीएफआई, अजय सिंह और उनकी टीम को तीसरी बार मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए बधाई देता हूं और सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं।”

‘खेल टुडे’ के  पूछने पर कि क्या आप खेल मंत्री के बढ़िया सुझाव को मानेंगे? अजय सिंह ने कहा, “पहले हमारी योजना दिल्ली और आसपास के स्कूल और मुक्केबाजी ट्रेनिंग सेंटर से बच्चों को स्टेडियम लाने की थी, अब हम प्रयास करेंगे कि देश भर के खेल सेंटरों से ट्रेनियों को लाया जाए।”

माननीय मंत्री के सुझाव को स्वीकार करते हुए बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि बीएफआई टूर्नामेंट में देश भर के युवा मुक्केबाजों और कोचों को लाने की पूरी कोशिश करेगा, जिससे उन्हें इस खेल के शीर्ष सितारों को देखने और उनसे सीखने का मौका मिल सके।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने शुक्रवार को चैंपियनशिप के शुभंकर ‘वीरा’ का अनावरण किया।

केंद्रीय युवा मामलों और खेल मंत्रालय के माननीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह के अलावा इस प्रतिष्ठित इवेंट में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों की मौजूदगी में शुभंकर का अनावरण किया गया।

शुभंकर चीता, जिसका नाम वीरा है, शक्ति, वीरता, शौर्य और साहस का प्रतीक है। दुनिया के सबसे तेज गति से भागने वाले जानवर चीता की तरह ही मुक्केबाज रिंग में अपने विरोधियों को बड़ी ही फुर्ती से हरा देते हैं। इस लिहाज से वीरा शक्ति और साहस की प्रतिमूर्ति के तौर पर महिला मुक्केबाजों का प्रतिनिधित्व करती दिख रही है।

खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, “हमें बड़े अंतर्राष्ट्रीय इवेंट्स की मेजबानी करने की आदत डालनी होगी।इससे भाग लेने वालों के साथ देखने वाले खिलाड़ियों को भी लाभ लाभ मिलता है।

बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, “श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने यह सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया है कि भारत खेल की दुनिया में एक ताकत बन जाए। मुक्केबाजी उस बड़े उद्देश्य में योगदान देने की कोशिश कर रहा है। हम दुनिया में तीसरे नंबर का मुक्केबाजी देश हैं। हमें अपनी महिला मुक्केबाजी टीम पर बहुत गर्व है। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा संख्या में देश और मुक्केबाज भाग लेंगी। हम बस उम्मीद करते हैं कि आप सभी (मुक्केबाज) बहुत अच्छा प्रदर्शन करेंगी और पूरी दुनिया के लिए एक शानदार शो पेश करेंगी।”

आठ ओलंपिक पदक विजेताओं सहित मुक्केबाजी की दुनिया के कई शीर्ष नाम इस बार इस टूर्नामेंट में खिताब के लिए लड़ते हुए दिखाई देंगी। भारत इस टूर्नामेंट की मेजबानी रिकॉर्ड तीसरी बार कर रहा है।

पिछली बार की स्वर्ण विजेता निखत ज़रीन ने कहा, इस बार नए वजन में फिर से स्वर्ण जीतने में कसर नहीं छोडूंगी। निकहत ने 52 किलो में पिछला स्वर्ण जीता था, इस बार 50 किलो में मुकाबला लड़ेंगी।

बेलारूस और रूस के मुक्केबाजों के भाग लेने से कुछ देश चैंपियनशिप से हटे हैं। ओलंपिक क्वालिफिकेशन का दर्जा भी इस चैंपियनशिप को नहीं मिला है। इस पर अजय सिंह ने कहा, जब भी ओलंपिक क्वालिफिकेशन चैंपियनशिप होगी हम उसकी मेजबानी करेंगे। आईओसी का दल चैंपियनशिप देखने आ रहा है।

विदेशी कोच दिमित्री दिमित्रुक ने कहा, हिंदुस्तान की बेटियां भारत माता का गौरव बढ़ाएंगी।12 मुक्केबाजों के दल में पूर्व अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज स्वर्गीय हवा सिंह की पोती नुपुर सिंह 81+ वजन वर्ग में शिरकत करेंगी।

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