दिल्ली एमसीडी में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति के ज्यादा औषधालय खोले जाएंगे: मेयर राजा इकबाल -

दिल्ली एमसीडी में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति के ज्यादा औषधालय खोले जाएंगे: मेयर राजा इकबाल 

Share us on
179 Views

आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कोई भी ऐसा रोग नहीं है जिसका इलाज न होता हो

मुझे ख़ुद को भी अपने फेशियल पैरालिसिस के लिए आयुर्वेद चिकित्सा का इलाज लेना पड़ा था- राजा इकबाल सिंह

 

अशोक किंकर

नई दिल्ली। इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोशिएशन (आईएमए-आयुष) ने अपना 39वां वार्षिकोत्सव ‘भगवान धनवंतरि जयंती समारोह’ का आयोजन एनडीएमसी सभागार, संसद मार्ग, कनॉट प्लेस में किया। दिल्ली के मेयर श्री राजा इकबाल सिंह ने समारोह का उद्घाटन भगवान धनवंतरि पूजा से किया।

श्री राजा इकबाल सिंह ने अपने भाषण में कहा कि “आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में कोई भी ऐसा रोग नहीं है जिसका इलाज न होता हो।” उन्होंने कहा कि “मुझे ख़ुद को भी अपने फेशियल पैरालिसिस के लिए आयुर्वेद चिकित्सा का इलाज लेना पड़ा था।” उन्होंने कहा कि “दिल्ली एम सी डी में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति की ज्यादा औषधालय खोले जाएंगे।”

आईएमए-आयुष के मीडिया प्रभारी एवं लीगल कमेटी के चेयरमैन डॉ रामफल पांचाल ने बताया कि इसके बाद धनवंतरि वंदना से आयोजन का शुभारंभ हुआ। समारोह की अध्यक्षता डॉ एम बी गौड (निदेशक चौधरी ब्रह्म प्रकाश चरक संस्थान दिल्ली) ने की। विशिष्ट अतिथि डॉ पी के प्रजापति निदेशक ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (ए आई आई ए) एवं गणमान्य अतिथि डॉ के डी पाठक (मुख्य रिपोर्टर दैनिक वीर अर्जुन), डॉ विद्यावती (डीन, एस जी टी, यूनिवर्सिटी,गुरुग्राम)थे। इन सभी अतिथियों का स्वागत आई एम ए (आयुश) के दोनों संरक्षक डॉ आर एस चौहान और डॉ ओ पी वशिष्ठ जी ने स्मृति चिन्ह देकर किया।

संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एन के छावनियां, राष्ट्रीय महासचिव डॉ रमन खन्ना, दिल्ली के अध्यक्ष डॉ अरुण कटारिया ने भी सभी अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह देकर और फूल माला पहनाकर किया।

 

संस्था मीडिया प्रभारी डॉ पांचाल ने बताया कि डॉ भीमा भट्ट जी को आयुर्वेद चिकित्सा और प्रो.(डॉ) हकीम मो. मज़ाहिर आलम जी को यूनानी चिकित्सा में सराहनीय कार्य करने के लिए संस्था का धनवंतरि अवॉर्ड डॉ पी के प्रजापति( निदेशक ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद) और माननीय मेयर श्री राजा इकबाल सिंह जी ने देकर सम्मानित किया।

आयुर्वेद चिकित्सा में सराहनीय योगदान के लिए सुश्रुत अवार्ड और चरक अवार्ड देकर सम्मानित किया।

डॉ रामफल पांचाल ने बताया कि संस्था ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड संस्था के हित में सराहनीय कार्य के लिए डॉ एस पी पाण्डे जी को संस्था के संरक्षक डॉ आर एस चौहान जी ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

अलग अलग राज्यों से आए चिकित्सकों को भी जिनमें हरियाणा में फरीदाबाद, पानीपत, करनाल, कैथल और झज्जर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश से आए सभी चिकित्सकों को सम्मानित किया गया।

संस्था के मीडिया प्रभारी डॉ पांचाल ने बताया कि समारोह में भगवान धनवंतरि जी के बारे में डॉ केशव शर्मा जी ने अपने भाषण में विस्तार से वर्णन किया। संस्था के संरक्षक डॉ आर एस चौहान जी ने अपने भाषण में बताया कि हमारी संस्था आई एम ए आयुष ने पिछले 40 साल में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के विकास और प्रचार में क्या क्या उपलब्धियां प्राप्त कि और हमारी संस्था एक गैर सरकारी संगठन है लेकिन अपने प्रैक्टिशनर के अधिकारों के लिए लड़ती आ रही है।

संस्था के राष्ट्रीय महासचिव डॉ रमन खन्ना जी ने संस्था की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी और संस्था के उल्लेखनीय कार्यों के बारे मे जानकारी दी।

संस्था के संरक्षक डॉ आर एस चौहान जी ने संस्था के पिछले 40 सालों का उल्लेख करते हुए बताया कि हमारी संस्था ने भारतीय चिकित्सा पद्धति के विकास एवं प्रसार के लिए संघर्ष करती आ रही हैं इसी का नतीजा आज भारत सरकार में अलग से आयुष मंत्रालय की स्थापना हुई। डॉ चौहान जी ने दिल्ली के माननीय मेयर श्री राजा इकबाल सिंह जी से निवेदन किया कि दिल्ली की एम सी डी में भारतीय चिकित्सा पद्धति के ज्यादा औषधालय खोले जाएं जिससे हमारे चिकित्सकों को ज्यादा रोज़गार मिले।

संस्था के मीडिया प्रभारी एवं लीगल कमेटी के चेयरमैन डॉ रामफल पांचाल और निदेशक ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद डॉ पी के प्रजापति ने प्रैस व मीडिया विभाग में आयुर्वेद के प्रचार व प्रसार में सहभागिता के लिए आयुष मंत्रालय में मीडिया प्रभारी श्री गौरव शर्मा जी, श्री अशोक किंकर (खेल टुडे), श्री दीपक चौबे (आई ए एन एस), सुश्री पायल बनर्जी (पी टी आई ),श्री अजीत सिंह (राष्ट्रीय छात्र शक्ति), श्री सिद्धार्थ जी (पी आर ओ, ए आई आई ए), श्री इल्तेज़ा उस्मानी (यू एन आई, उर्दू), डॉ फरमान अली (उर्दू) को संस्था का स्मृति चिन्ह और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

डॉ पांचाल ने अपने भाषण में बताया कि हमारी संस्था ने दिल्ली भारतीय चिकित्सा परिषद के चुनाव के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय से जीत कर चुनाव फिजिकल कराने का आदेश पारित करवाया, सुप्रीम कोर्ट में भारतीय चिकित्सा पद्धति का इंटीग्रेशन अधिकार पर स्टे करवाया, राष्ट्रीय आयोग, भारतीय चिकित्सा पद्धति, भारत सरकार में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सकों को इंटीग्रेशन का अधिकार दिलवाया, दिल्ली में आई एस एम के डाक्टरों के मेडिकल सर्टिफिकेट को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अनुमोदित करवाया,दिल्ली में आयुर्वेद और यूनानी के चिकित्सकों के लिए राष्ट्रीय सी एम ई का आयोजन करवाया जो हर साल होने वाले रिन्यूअल के लिए आवश्यक है।

डॉ पांचाल ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी संस्था ने अपनी स्मारिका बनाई संस्था के मुख्य संपादक डॉ लव कुमार और संपादक मंडल के सदस्य डॉ राजीव मल्होत्रा, डॉ मो. अशद, डॉ शैलेश द्विवेदी, डॉ के के सिंघल और डॉ जितेन्द्र गौड़ का बहुमूल्य योगदान दिया। दिल्ली के माननीय मेयर श्री राजा इकबाल सिंह जी ने स्मारिका का विमोचन करते हुए कहा कि मैं आपको आश्वासन देता हूं कि एम सी डी में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति की ज्यादा औषधालय खोले जाएंगे और भगवान् धनवंतरि जी की कृपा हम सभी भारत वासियों पर बनी रहे। संस्था के प्रोग्राम में मुझे बुलाया मैं संस्था का आभार प्रकट करता हूं।

समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों और चिकित्सकों का धन्यवाद देते हुए दिल्ली राज्य के अध्यक्ष डॉ अरुण कटारिया जी ने सभी का आभार प्रकट किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.