हमारा लक्ष्य दिल्ली फुटबॉल के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है: शराफत -
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हमारा लक्ष्य दिल्ली फुटबॉल के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है: शराफत

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डीएसए फुटबॉल दिल्ली सीनियर डिवीज़न लीग का आयोजन 18 अक्टूबर से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम पर किया जायेगा

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए शराफत उल्लाह।

मैं आपकी बात से सहमत हूं, ज्यादा मैच होने की वजह से कुछ मैचों में कम अनुभवी रेफरी लगाए गए थे इससे भी शिकायतें बढ़ी। रेफरियों का स्तर सुधारने का प्रयास जोरशोर से हो रहा है। मै प्रेस से अनुरोध करता हूं कि फुटबॉल लीग को अखबारों में जगह दें, जिससे खिलाड़ियों और क्लब को बढ़ावा मिले।1950 और 1960 के दशक में अखबारों में दिल्ली फुटबॉल खूब छपती थी। हमारा लक्ष्य दिल्ली फुटबॉल के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।- शराफत उल्लाह, अंतरिम अध्यक्ष, डीएसए

 

राकेश थपलियाल
नई दिल्ली। इस बार मानसून में देश की राजधानी में फुटबॉल मैचों की जमकर बरसात हुई थी। पुरुष और महिला खिलाड़ियों को खूब फुटबॉल खेलने को मिली तो फुटबॉल प्रेमियों को बेहतरीन मुकाबले देखने को मिले। फुटबॉल क्लब और डीएसए को जरूर अधिक संख्या में मैचों के कारण कुछ दिक्कत हुई। इस बीच डीएसए के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन आल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के महासचिव की नौकरी पा गए और डीएसए को मंझधार में छोड़ गए लेकिन दिल्ली के फुटबॉल अधिकारियों ने अपने अनुभव से शानदार आयोजन में कमी नहीं आने दी। सर्दियों की दस्तक के साथ अब उनके द्वारा एक और वार्षिक आयोजन ‘डीएसए फुटबाल दिल्ली सीनियर डिवीज़न लीग’ का आयोजन 18 अक्टूबर से जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम पर किया जाएगा, जिसमें 11 टीमें भाग ले रही हैं।

यह जानकारी यहां एक संवाददाता सम्मेलन में डीएसए- फुटबॉल दिल्ली के अंतरिम अध्यक्ष शराफत उल्लाह और लीग आयोजन समिति के चेयरमैन जगदीश मल्होत्रा ने दी।  इस अवसर पर डीएसए के कोषाध्यक्ष लियाकत अली और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

भाग लेने वाली टीमों में नेशनल यूनाइटेड, जगुआर एफसी, सीआईएसएफ प्रोटेकटर , यूनाइटेड भारत, गढ़वाल डायमंड, यंगमैन, अहबाब, शास्त्री, दिल्ली टाइगर्स एफसी, सिटी एफसी और दिल्ली यूनाइटेड शामिल हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए लीग आयोजन समिति के चेयरमैन जगदीश मल्होत्रा।

पहली दिल्ली प्रीमियर लीग और महिला प्रीमियर लीग के सफल आयोजन से उत्साहित पदाधिकारियों को उम्मीद है कि पिछले आयोजनों की तरह सीनियर डिवीज़न लीग भी सफल साबित होगी। भाग लेने वाली टीमों में नेशनल यूनाइटेड, जगुआर एफसी, सीआईएसएफ प्रोटेकटर , यूनाइटेड भारत, गढ़वाल डायमंड, यंगमैन, अहबाब, शास्त्री, दिल्ली टाइगर्स एफसी, सिटी एफसी और दिल्ली यूनाइटेड शामिल हैं।
मुकाबले लीग आधार पर खेले जाएंगे। टॉप छह टीमें सुपर लीग में खेलेंगी, जिनमें से पहली दो टीमें प्रीमियर लीग के लिए क्वालीफाई होंगी जबकि अंतिम दो रेलीगेट होगी। उद्घाटन मैच 11.30 बजे जगुआर और नेशनल यूनाइटेड एफसी के मध्य खेला जाएगा।यह माना जा रहा है कि मुकाबले प्रीमियर लीग की तरह रोमांचक रहेंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार और डीएसए के अधिकारी।

यह पूछने पर कि क्लब रेफरी के फैसलों पर जो प्रोटेस्ट करते हैं उस पर कुछ नहीं किया जाता? शराफत साहब ने माना कि रेफरियों के स्तर में सुधार की जरूरत है। उनको मॉनिटर करने के लिए बाकायदा एक कमेटी का गठन भी किया गया है। उन्होंने कहा, “मैं आपकी बात से सहमत हूं, ज्यादा मैच होने की वजह से कुछ मैचों में कम अनुभवी रेफरी लगाए गए थे इससे भी शिकायतें बढ़ी। रेफरियों का स्तर सुधारने का प्रयास जोरशोर से हो रहा है। मै प्रेस से अनुरोध करता हूं कि फुटबॉल लीग को अखबारों में जगह दें, जिससे खिलाड़ियों और क्लब को बढ़ावा मिले।1950 और 1960 के दशक में अखबारों में दिल्ली फुटबॉल खूब छपती थी। हमारा लक्ष्य दिल्ली फुटबॉल के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।”

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