दिल्ली में क्रिकेट वॉल्ट एकेडमी और सी.ए.पी.एल का प्रीव्यू; उन्मुक्त चंद, शिवम शर्मा और मोहम्मद आरिफ़ ने संयुक्त रूप से किया अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए विज़न का ऐलान -

दिल्ली में क्रिकेट वॉल्ट एकेडमी और सी.ए.पी.एल का प्रीव्यू; उन्मुक्त चंद, शिवम शर्मा और मोहम्मद आरिफ़ ने संयुक्त रूप से  किया अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों के लिए विज़न का ऐलान

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क्रिकेट वॉल्ट एकेडमी एवं क्रिकेट एकेडमी प्रीमियर लीग के संस्थापक शिवम शर्मा, उन्मुक्त चंद और डायरेक्टर मोहम्मद आरिफ़।

लीग के लिए बड़े स्तर पर प्रायोजक तलाशने की जरूरत है। इसके बिना इसे लंबे समय तक चलाया नहीं जा सकता। आज क्रिकेट खेलना महंगा हो गया है। आम घरों के बच्चों के लिए 20-25 हजार के बैट खरीदना बहुत मुश्किल है। गरीब घर का बच्चा गेंदबाज तो बन सकता है, बल्लेबाज बनना कठिन है।- संजय भारद्वाज,  द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त क्रिकेट कोच

द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त प्रसिद्ध क्रिकेट कोच श्री संजय भारद्वाज का स्वागत करते हुए श्री बालकृष्ण।

         राकेश थपलियाल

नई दिल्ली:भारतीय क्रिकेट को नई दिशा देने और जमीनी स्तर से प्रतिभाओं को तराशने की दृष्टि से क्रिकेट वॉल्ट एकेडमी एवं क्रिकेट एकेडमी प्रीमियर लीग (C.A.P.L.) का प्रीव्यू नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर एनेक्स में आयोजित किया गया।

इस अवसर पर 2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान स्टार खिलाड़ी उन्मुक्त चंद, एकेडमी के संस्थापक शिवम शर्मा और डायरेक्टर मोहम्मद आरिफ़ ने संयुक्त रूप से इस पहल की रूपरेखा प्रस्तुत की।

 

    उतराखंड के सांसद राज्यसभा सदस्य श्री नरेश बंसल अपने विचार रखते हुए।

कार्यक्रम की विशेष शोभा बढ़ाई उतराखंड के सांसद राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने, जिनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया। साथ ही, उन्मुक्त चंद के गुरु और द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त प्रसिद्ध क्रिकेट कोच संजय भारद्वाज सहित कई गणमान्य हस्तियाँ भी इस अवसर पर मौजूद रहीं और उन्होंने इस पहल को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बेहतरीन कदम बताया।

उतराखंड के सांसद राज्यसभा सदस्य श्री नरेश बंसल क्रिकेटर उन्मुक्त चंद को शॉल पहना कर सम्मानित करते हुए।

उन्मुक्त चंद ने कहा कि “भारत के पास जमीनी स्तर पर असीम क्रिकेटिंग टैलेंट है, लेकिन सही संरचना, वैज्ञानिक प्रशिक्षण और अवसर की कमी से यह आगे नहीं बढ़ पाता। सी.ए.पी.एल जैसे मंच से हज़ारों युवा खिलाड़ियों को एक सही प्लेटफ़ॉर्म मिलेगा, जिससे वे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर सकें।”

 

द्रोणाचार्य अवार्ड प्राप्त क्रिकेट कोच संजय भारद्वाज ने सलाह दी कि “लीग के लिए बड़े स्तर पर प्रायोजक तलाशने की जरूरत है। इसके बिना इसे लंबे समय तक चलाया नहीं जा सकता। आज क्रिकेट खेलना महंगा हो गया है। आम घरों के बच्चों के लिए 20-25 हजार के बैट खरीदना बहुत मुश्किल है। गरीब घर का बच्चा गेंदबाज तो बन सकता है, बल्लेबाज बनना कठिन है।”

कार्यक्रम में यह भी घोषणा हुई कि क्रिकेट एकेडमी प्रीमियर लीग का पहला सीज़न अगले वर्ष शुरू होगा। यह लीग उन खिलाड़ियों को समर्पित है जो क्रिकेट की शुरुआत तो करते हैं, लेकिन किसी कारणवश आगे मंच नहीं पाते और उनका सपना अधूरा रह जाता है। सी.ए.पी.एल का उद्देश्य ऐसे 90 प्रतिशत से अधिक खिलाड़ियों को अवसर देना है, जिन्हें अब तक किसी बड़े मंच तक पहुँचने का मार्ग नहीं मिला।

लीग के संस्थापक श्री शिवम शर्मा को सम्मानित किया गया।

इस मंच के माध्यम से एक स्पेशल मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किए जाने की योजना है, जो देशभर की क्रिकेट एकेडमियों और प्रशिक्षण संस्थानों को नेटवर्किंग से जोड़ेगा। इस एप्लीकेशन की मदद से जिला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएँ कराई जाएँगी, जिनसे चुने गए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे राष्ट्रीय स्तर पर लाने का अवसर दिया जाएगा।

 

संस्थापक शिवम शर्मा और निदेशक मोहम्मद आरिफ़ अपनी बात रखते हुए।

संस्थापक शिवम शर्मा और निदेशक मोहम्मद आरिफ़ ने बताया कि यह मंच केवल खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि प्रशिक्षकों और कोचों के लिए भी अवसर लेकर आएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ-साथ क्रिकेट से जुड़ी मूलभूत आवश्यकताएँ – बैट, बॉल, किट और अन्य सुविधाएँ – भी इस मंच के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएँगी, ताकि किसी खिलाड़ी का सपना संसाधनों की कमी से अधूरा न रह जाए।

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