डेविस कप में डेनमार्क के खिलाफ रामकुमार और युकी ने भारत को दिलाई 2-0 की बढ़त -

डेविस कप में डेनमार्क के खिलाफ रामकुमार और युकी ने भारत को दिलाई 2-0 की बढ़त 

Share us on
2,420 Views

 

खेल टुडे ब्यूरो

नईदिल्ली: भारत ने डेनमार्क के खिलाफ डेविस कप विश्व ग्रुप प्लेऑफ 1 मुकाबले में रामकुमार रामनाथन और युकी भांबरी की मदद से पहले दिन 2-0 की बढ़त हासिल करते हुए दो दिवसीय मुकाबले में शानदार शुरुआत की।

शुक्रवार को दिल्ली जिमखाना क्लब (डीजीसी) में रामकुमार ने पहले एकल में क्रिश्चियन सिग्सगार्ड के खिलाफ डीजीसी के फास्ट ग्रास कोर्ट पर 6-3, 6-2 की जीत दिलाई और भारत को एक अच्छी शुरुआत दी। इसके बाद युकी भांबरी ने मिकेल टॉरपेगार्ड को 6-4, 6-4 से हराकर भारत को पहले दिन ही 2-0 से बढ़त दिलाई। 

डीजीसी के ग्रास कोर्ट पर पहले एकल में रामकुमार टॉस हारने के बाद पहले सर्विस करते हुए डेनिश खिलाड़ी सिग्सगार्ड पर दबाव बनाने में कामयाब रहे। टेनिस के दिग्गजों ने पहले ही बताया था कि डीजीसी के फास्ट ग्रास कोर्ट का फायदा भारतीय खिलाड़ियों को मिलेगा, जिसे रामकुमार ने साबित कर दिखाया और पहला मैच 6-3, 6-2 से भारत के नाम किया। रामकुमार की गति और ग्राउंड स्ट्रोक का डेनिश खिलाड़ी के पास कोई जवाब नहीं था।

पूरे मैच के दौरान युकी भांबरी और माइकल टॉरपेगार्ड मे कड़ी टक्कर देखने को मिली। युकी ने शुरुआत से मैच को अपने पाले में करते हुए मिकेल को दबाव में ला दिया था। युकी इस मैच को 5-1 से जीतने की राह पर थे लेकिन तभी डेनिश खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और मुकाबले में 5-4 से जीत के करीब आ गए थे। भांबरी ने शानदार खेल दिखाते हुए मैच को 6-4, 6-4  से अपने नाम किया। डेविस कप में ग्रास कोर्ट का भारतीय खिलाड़ियों को खासा फायदा मिला। 

लगातार दो मैच में जीत से भारतीय टीम का मनोबल काफी बढ़ा है और यह आगे आने वाले सभी मैच में भारतीय टीम को अच्छा खेल दिखाने में मदद करेगा।

युकी ने मुकाबले के बाद कहा है कि “मुझे ग्रास कोर्ट के साथ तालमेल बिठाना पड़ा क्योंकि गेंद में उछाल कम था। मैं एक बेसलाइन खिलाड़ी हूं जो गेंद को जोर से हिट करना पसंद करता है। मैच के दौरान, मुझे एहसास हुआ कि मुझे सिर्फ अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए। शुरुआत में 1-0 से ऊपर होने से मेरा मनोबल बढ़ा जिस वजह से मैं यह मुकाबला जीतने में कामयाब रहा।”

रामकुमार ने घरेलू परिस्थितियों और दर्शकों के समर्थन को अपनी शानदार जीत का श्रेय देते हुए कहा है कि “मुझे स्लाइस करना और सर्विस देना पसंद है, इसलिए यह मेरे लिए एक अच्छा मैच था। सबसे अच्छा हिस्सा भीड़ का समर्थन था। हमारे लिए सब कुछ अच्छा काम किया। कल जब मैं अभ्यास कर रहा था तो मैं गेंद को काफी अच्छे से हिट कर रहा था। मेरे सभी फोरहैंड और बैकहैंड शॉट अच्छे से आ रहे थे। जिस तरह से मैं टाई की शुरुआत से ही गेंद को हिट कर रहा था, उससे मुझे अच्छा लगा। इसलिए, यह टीम के लिए एक शानदार परिणाम था।”

भारत के गैर खिलाड़ी कप्तान रोहित राजपाल ने रामकुमार और युकी जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि “रामकुमार का खेल काफी शानदार था। युकी का पहला सेट कड़ा था। लेकिन उन्होंने अपने खेल को आगे बढ़ाया और भारत को 2-0 से इस मुकाबले में आगे कर दिया। आज का नतीजा बताता है कि हमारी टीम में कितने अच्छे खिलाड़ी हैं। हमारे पास टाई में जाने के लिए एक स्पष्ट रणनीति थी, क्योंकि सतह पर उछाल कम थी। ग्रिप्स को देखें तो यह कोर्ट के लिए हार्ड ग्रिप था। रामकुमार और युकी ने आज काफी अच्छा प्रदर्शन किया।”

डेनमार्क के कप्तान फ्रेडरिक नीलसन ने शनिवार को निर्धारित युगल के साथ अपनी टीम की संभावनाओं के बारे में कहा है कि “हम दबाव में नहीं हैं, बस हमें कल युगल जीतने की जरूरत है। अगर हम कल नहीं जीतते हैं, तो हम इस मुकाबले से बाहर हैं। हमारी युगल टीम मुख्य रूप से नौजवान लड़कों से बनी है। भारत ने आज टेनिस की पारंपरिक तौर पर ग्रास कोर्ट पर अपना खेल दिखाया है उन्हें बधाई।”

दूसरे दिन भारतीय जोड़ी रोहन बोपन्ना और दिविज शरण का सामना डेनमार्क के जोहान्स इंगिल्डसन और फ्रेडरिक नीलसन से होगा। इसके बाद एकल में रामकुमार रामनाथन का सामना मिकेल टॉरपेगार्ड करेंग, और दूसरे एकल में युकी भांबरी क्रिश्चियन सिग्सगार्ड से भिड़ेंगे।

भारत को तीन साल बाद घरेलू मुकाबले का आवंटन किया गया है और दिल्ली पांच साल से अधिक समय के बाद डेविस कप मैचों की मेजबानी कर रहा है। पिछली बार दिल्ली ने सितंबर 2016 में डेविस कप मैचों की मेजबानी की थी जब राफेल नडाल की अगुवाई वाली स्पेन ने यहां डीएलटीए परिसर में विश्व ग्रुप प्ले-ऑफ दौर में भारत को 5-0 से हरा दिया था।

इससे पहले भारत ने तीन बार 1966, 1974 और 1987 के डेविस कप फाइनल में जगह बनाई है लेकिन कभी भी ‘टेनिस का विश्व कप’ नहीं जीत सका। यह टूर्नामेंट अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) द्वारा करवाया जाता है। डीजीसी के फास्ट ग्रास कोर्ट पर दो दिवसीय मुकाबला सितंबर 1984 के बाद से भारत और डेनमार्क के बीच पहला मुकाबला होगा, जहां भारत ने आरहूस में डेनमार्क के खिलाफ 3-2 से जीत दर्ज की थी। पहली बार दोनों पक्षों ने एक-दूसरे का सामना 1927 में किया था जब डेनमार्क ने कोपेनहेगन में क्वार्टर फाइनल में भारत को 5-0 से हरा दिया था। 

डेविस कप के लिए भारतीय टीम:

  1. प्रजनेश गुणेश्वरन
  2. युकी भांबरी
  3. रोहन बोपन्ना
  4. रामकुमार रामनाथन
  5. दिविज शरण

रिजर्व: साकेत माइनेनी और दिग्विजय प्रताप सिंह

डेविस कप के लिए डेनमार्क की टीम

  1. मिकेल टॉरपेगार्ड (210वां स्थान)
  2. जोहान्स इंगिल्डसन (805 रैंक)
  3. क्रिश्चियन सिग्सगार्ड (रैंक 833)
  4. एल्मर मोलर (रैंक 1708)
  5. फ्रेडरिक लोचटे नीलसन (कप्तान)

कोच: मार्टिन किलेमोज लिनेट और जैकब होल्स्टा

फिजियो: किम लाइके

खेल प्रमुख: जेन्स एंकर एंडरसन

प्रेस अधिकारी: थॉमस हैनसेन

उपाध्यक्ष: हेनरिक मारिसो।

Leave a Reply

Your email address will not be published.