महाराष्ट्र का डबल धमाल, 56वीं राष्ट्रीय खो खो चैम्पियनशिप में महिला और पुरुष दोनों वर्गों के खिताब जीते -

महाराष्ट्र का डबल धमाल, 56वीं राष्ट्रीय खो खो चैम्पियनशिप में महिला और पुरुष दोनों वर्गों के खिताब जीते

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राकेश थपलियाल
नई दिल्ली। राजधानी के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बने के डी जाधव इंडोर हॉल में सोमवार की शाम खो खो की गजब रौनक देखने को मिली। ढोल और ताशों की जोरदार थाप और तालियों से सजे संगीत के बीच खेल, राजनीति, पत्रकारिता और शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र की जानी नामी हस्तियों की उपस्थिति में कांटे के संघर्ष में 56वीं राष्ट्रीय खो खो चैम्पियनशिप के महिला और पुरुष दोनों वर्गों का खिताब खो खो खेल की जननी महाराष्ट्र के नाम रहा।

मेजबान दिल्ली की टीम को महिला वर्ग के सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा।एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दिल्ली को 32-10 से पराजित किया।

पुरुष वर्ग में महाराष्ट्र और रेलवे के बीच शानदार फाइनल मुकाबला खेला गया। इस रोमांचक मुकाबले में दोनों ही टीमें निर्धारित समय तक 32-32 की बराबरी रही। जिसके बाद दोनों ही टीमों के बीच पुन: तीसरी पारी का मैच और खेला गया। रेलवे के पहले तीन खिलाड़ियों ने अच्छा डिफेंस करते हुए महाराष्ट्र के सामने 50 अंको के साथ गगनचुंभी स्कोर खड़ा कर दिया। जिसके जवाब में महाराष्ट्र ने जोरदार वापसी करते हुए रेलवे को संभलने का कोई मौका नही दिया। सांस रोक देने वाले इस मुकाबले में महाराष्ट्र ने अंतिम क्षण में दो सेकंड पूर्व 2 अंक अर्जित करते हुए मुकाबले को 52-50 से अपने नाम कर दिया। इस मैच में देश के उत्कृष्ट खो खो खिलाड़ियों ने अपने प्रभावशाली प्रर्दशन से दर्शकों का दिल जीत लिया।

महिला वर्ग में भी महाराष्ट्र और एयरपोर्ट अथॉरिटी  ऑफ इंडिया के बीच खेले गया मुकाबला काफी रोमांचक रहा। महाराष्ट्र की टीम ने एयरपोर्ट अथॉरिटी  ऑफ इंडिया को 18-16 से पराजित किया। इस जीत में महाराष्ट्र की कप्तान संपदा मौर्या ने अहम भूमिका निभाई।
दिन के पहले सत्र में दोनों वर्गों के सेमीफाइनल मुकाबले खेले गए। महिला वर्ग में महाराष्ट्र की टीम ने ओडिशा को 24-20 से हराया। जबकि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दिल्ली को 32-10 से पराजित किया। पुरूष वर्ग में महाराष्ट्र ने कोल्हापुर को 30-28 से हराया, जबकि रेलवे ने ओडिशा को 24-22 से पराजित किया।
महिला और पुरुष दोनों वर्गों में विजेता महाराष्ट्र टीम को 3-3 लाख और उपविजेता टीम को 2-2 लाख रुपये पुरुस्कार में दिये गये। तीसरे स्थान पर रही टीमों को एक एक लाख रुपए मिले।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के अलावा, खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल, भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, जेडीयू के  के सी त्यागी, एशियन खो खो फेडरेशन के अध्यक्ष राजीव मेहता, आयोजन समिति के अध्यक्ष अमित भल्ला, रिसेप्शन कमेटी के चेयरमैन सूर्य प्रकाश खत्री, आईओए के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा, खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव कुणाल और विमल इलाइची ग्रुप के मुकेश गर्ग और शिव नरेश कंपनी के शिव पी सिंह ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।

खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव एम एस त्यागी की देखरेख में दिल्ली यूनिवर्सिटी के युवा और अनुभवी पुरुष व महिला खेल प्रोफेसरों और खो खो के पूर्व और वर्तमान खिलाड़ियों, प्रशासकों और खेल प्रेमियों ने अपने योगदान से आयोजन को बेहतरीन बनाया।

देश के चर्चित पत्रकार रजत शर्मा ने कहा, खो खो भारत देश के मिट्टी का खेल है ये विरासत के तौर पर मिली है और इसे आगे बढ़ाते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की जरूरत है। इस क्षेत्र में खो-खो खेल संघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने खूब प्रयास किया है। इनके कार्यकाल में खो-खो फलक की ऊंचाई तक पहुंचा है। खो-खो आज 137 देशों में खेला जा रहा है। अगले साल इंग्लैंड में विश्व चैंपियनशिप प्रतियोगिता होने वाली है। इसमें भारत यकीनन बेहतर प्रदर्शन करेगा। भारत की खो-खो यकीनन काफी सुधरी है।

कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा के राज्यसभा सांसद प्रो.सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि खो-खो गेम में खिलाड़ी साथियों का साथ बहुत जरूरी होता है। यह टीम वर्क का काम होता है। जब तक साथी खिलाड़ी खो नहीं बोलता, अगर उससे पहले साथ ही खिलाड़ी उठ जाता है तो वो गलत दाव हो जाता है और यह बात सिर्फ खेल के लिए नहीं बल्कि कई क्षेत्रों में लागू होती है।

इस मौके पर खो-खो फेडरेशन के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा कि जो आज खो-खो से नई ऊंचाइंया छू रहा है,उसमें खिलाड़ियों और कोच के अलावा टीम का बहुत ही योगदान होता है।खो-खो दिन प्रतिदिन तरक्की की राह पर रहे इसके लिए लगातार काम हो रहा है।

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