अपने पहले केआईयूजी को लेकर रोमांचित हैं पांच बार यूथ गेम्स में हिस्सा ले चुकीं टॉप्स डेवलपमेंट तीरंदाज रिद्धी -

अपने पहले केआईयूजी को लेकर रोमांचित हैं पांच बार यूथ गेम्स में हिस्सा ले चुकीं टॉप्स डेवलपमेंट तीरंदाज रिद्धी

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हरियाणा के करनाल की तीरंदाज रिद्धि।

खेल टुडे ब्यूरो
लखनऊ। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पांच बार हिस्सा लेते हुए दो स्वर्ण और एक कांस्य जीतने वाली टॉप्स डेवलपमेंट एथलीट हरियाणा के करनाल की तीरंदाज रिद्धी फोर पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (केआईयूजी) में हिस्सा लेने जा रही हैं। रिद्दी उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित किए जा रहे केआईयूजी-2022 के माध्यम से खुद को जून में होने वाले एशिया कप के लिए तैयार करेंगी।
एशिया कप का आयोजन सिंगापुर में 5 जून से होना है और हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में बीए सेकेंड इयर में पढ़ने वाली रिद्धी इसके लिए कमर कस चुकी है। अपने पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को लेकर रिद्धी काफी रोमांचित हैं। रिद्दी ने कहा, ‘मैं अपने पहले केआईयूजी को लेकर काफी रोमांचित हूं। ऐसा लग रहा है कि मैं बड़ी हो गई हूं। अब मेरे लिए स्कूल बीते समय की बात हो चुका है और अब मैं बड़ों के साथ खेलने जा रही हूं। मेरे लिए तीरंदाजी नई नहीं है और मैं इस प्लेटफार्म का उपयोग खुद को एशिया कप के लिए तैयार करने के लिए करना चाहूंगी।’
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के बारे में रिद्धी ने कहा, ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स हो या फिर यूनिवर्सिटी गेम्स- जिस आयोजन के पीछे गेम्स नाम लग जाता है, वह अपने आप में बडा हो जाता है। जहां तक मेरी बात है तो मेरे लिए यह प्लेटफार्म नया है लेकिन यहां का माहौल नया नहीं होगा क्योंकि में यूथ गेम्स में पांच बार खेल चुकी हूं। मैं इस बेहतरीन प्लेटफार्म का उपयोग अपने खेल का स्तर बेहतर बनाने के लिए करना चाहती हूं और हमेशा की तरह इस बार भी मेरा लक्ष्य सोना जीतना होगा।’
2021 में ओलंपिक कैंप के दौरान टॉप्स सूची में आने वाली रिद्धी के लिए अच्छी बात यह है कि कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से महिलाओं की पूरी टीम ने क्वालीफाई किया है। इस टीम में चार लड़कियां शामिल हैं और ये व्यक्तिगत और टीम इवेंट्स में हिस्सा लेंगी। सोनीपत के साई सेंटर में अ•यास कर रही रिद्धी ने अपनी तैयारियों को लेकर कहा, ‘कंधे की चोट के कारण •ाटिंडा में आयोजित आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में मैं अच्छा परफार्म नहीं कर पाई थी और इसी लिए मैं उसकी भरपाई भी लखनऊ में करना चाहती हूं।’


यह पूछे जाने पर कि पहली बार केआईयूजी में हिस्सा लेते हुए आपके यह अंदाजा है कि कम्पटीशन का स्तर क्या होगा, रिद्दी ने कहा, ‘मुझे इतना पता है कि बच्चे तो वही आएंगे, जो नेशनल में खेले हैं। बच्चे पूरे इंडिया से आएंगे और चूकी मैं भारत को इंटरनेशनल स्तर पर रेप्रेजेंट कर रही हूं, इसलिए मैं कम्पटीशन के स्तर के बारे में नहीं सोचती, बस अपने परफार्मेंस के बारे में सोचती हूं और उसी हिसाब से तैयारी करती हूं। मेरे अंदर इंवेंट्स को लेकर किसी प्रकार का फोबिया नहीं होता।’
रोजाना 7 से 8 घंटे अभ्यास करने वाली रिद्धी भारत की सीनियर नेशनल टीम के लिए भी खेल चुकी हैं। बीते साल वह फरवरी में फुकेट में आयोजित जूनियर एशिया कप में खेली थीं, जहां उन्हें दो सिल्वर मेडल (मिक्स्ड टीम और टीम) मिले थे। उसके बाद रिद्धी ने हरियाणा की ओर से मार्च 2022 में सीनियर नेशनल खेला था, जहां उनके नाम सोना आया था। इसके बाद वह एशियन गेम्स के लिए सोनीपत साई में ट्रायल्स में शरीक हुईं।

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