रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाड़ी रविवार को कचरे से बनी हरी जर्सी पहन कर खेलेंगे -

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाड़ी रविवार को कचरे से बनी हरी जर्सी पहन कर खेलेंगे 

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ग्रीन गेम की कल्पना 2011 में की गई थी और तब से आरसीबी ने अपने घरेलू मैचों में से एक को ‘गो ग्रीन’ इनिशिएटिव के लिए समर्पित किया है। ऐसा स्वच्छ और हरित वातावरण की आवश्यकता को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए किया गया

खेल टुडे ब्यूरो

बेंगलुरु: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) हरित पहल (green initiative) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह टीम अपने घरेलू मैदान-एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रविवार को इस सीजन का अपना “ग्रीन गेम” खेलेगी।

ग्रीन गेम की कल्पना 2011 में की गई थी और तब से आरसीबी ने अपने घरेलू मैचों में से एक को ‘गो ग्रीन’ इनिशिएटिव के लिए समर्पित किया है। ऐसा स्वच्छ और हरित वातावरण की आवश्यकता को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए किया गया।

आरसीबी के खिलाड़ी रविवार को ब्लॉकबस्टर मैच के लिए रिसाइकिल की हुई ग्रीन जर्सी भी पहनेंगे। ये जर्सियां स्टेडियम से एकत्रित किए गए कचरे को रिसाइकिल करके बनाई जाती हैं।

क्या आपने कभी सोचा है कि इस तरह के किट्स को बनाने के लिए किस तरह के रिसाइकिल कचरे की जरूरत होती है? यहां हम इस संबंध में कुछ आंकड़े आपके सामने रख रहे हैं।

आरसीबी के सीजन के ओपनर मैच से ही स्टेडियम में 9047.6 किलोग्राम कचरा पैदा हुआ, जबकि 19488 पानी की बोतलों का इस्तेमाल किया गया था।

अनुमान के मुताबिक, हर मैच के बाद स्टेडियम से औसतन 8 टन सूखा कचरा, खाने का कचरा और अन्य रिसाइकिल करने योग्य कचरा निकलता है। अपशिष्ट पृथक्करण के तरीकों (waste segregation practices ) ने सूखे, भोजन और नान-रिसाइक्लेबल कचरे को इकट्ठा करने और अलग करने में मदद की है और उन्हें पूरी तरह से रिसायकल करने और शर्ट तथा अन्य टिकाऊ सामान जैसे पुनर्नवीनीकरण उत्पादों (sustainable goods) को बनाने के लिए में मदद की है।

गो ग्रीन इनिशिएटिव के लिए इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर गुड एरा के साथ मिलकर काम करते हुए आरसीबी ने खास तौर पर एक ग्रीन आर्मी विकसित की है, जो अपनी तरह का एक सस्टेनेबिलिटी हेल्प ग्रुप है, जो स्टेडियम परिसर को साफ रखने के लिए मददगार होता है।

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के वीपी और प्रमुख राजेश मेनन ने कहा, “आरसीबी दुनिया की पहली कार्बन न्यूट्रल क्रिकेट टीम है और दुनिया की अग्रणी क्रिकेट फ्रेंचाइजी है, जो ग्रीन प्लेनेट के लिए लोगों द्वारा संचालित मूवमेंट को सपोर्ट करती है। “गो ग्रीन” हमारे लिए केवल एक पहल नहीं है बल्कि जलवायु परिवर्तन से संबंधित विभिन्न चुनौतियों को हल करने में योगदान देने वाले लोगों के अंदर व्यवहार परिवर्तन की तलाश के लिए एक महत्वाकांक्षी आंदोलन है। यह क्रिकेट से अलग आंदोलन है और यह हमारे फैंस को बहुत गहरे स्तर पर हमसे जोड़ता है। यह जुड़ाव क्रिकेट के अलावा एक बेहतर उद्देश्य के लिए है। ”

इस साल के मिशन में आरसीबी दक्षिण बेंगलुरु में 44 एकड़ में दो झीलों को रेस्टोर करेगी और करीब 200 स्कूलों को ग्रीन स्कूल सर्टिफिकेशन रोल आउट दिए जाएंगे।

मेनन ने कहा, “हमारी साल भर के कमिटमेंट के रूप में, हम कार्बन तटस्थता (carbon neutrality) के मार्ग पर चलने का प्रयास करेंगे। हमारा यह मिशन लोगों के लिए, लोगों के द्वारा और लोगों के साथ मंत्र पप काम करेगा। हम लोगों की मदद से शहर की झीलों का कायाकल्प करेंगे और उनका जीर्णोद्धार करेंगे, जो कभी बेंगलोर शहर का गौरव थीं। हमें यह भी लगता है कि सचेत रूप से जीना शुरू करने के लिए हमें अपने जीवन में अच्छे कार्यों की जल्दी शुरुआत करने की जरूरत है और इसलिए इस आंदोलन में युवा पीढ़ी को शामिल करने के लिए हम ग्रीन स्कूल आंदोलन को एक माध्यम से रूप में देख रहे हैं। “

आरसीबी ने फैंस को एक मंच पर लाने के लिए अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक डिजिटल ग्रीन प्लेज फोरम बनाया है। इस मंच के माध्यम से फैंस अपना योगदान सुनिश्चित करेंगे और जमीनी स्तर पर कार्यों की सफलता का माध्यम बनेंगे।

सस्टेनेबिलिटी से जुड़ी प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखते हुए एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भी सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग करते हुए क्रिकेट मैच आयोजित किए जाते हैं, जो अब एक ग्रीन स्टेडियम में बदल गया है।

आरसीबी इन होलिस्टिक हरित इनिशिएटिव्स का विस्तार करना चाहता है और पर्यावरण के अनुकूल जीवन को प्रोत्साहित करने के लिए दुनिया भर के फैंस को एक तरह के इस धर्म युद्ध में शामिल होने के लिए प्रेरित औऱ प्रोत्साहित करना चाहता है।

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