नीतू, निकहत, लवलीना और स्वीटी आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में -

नीतू, निकहत, लवलीना और स्वीटी आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में

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ओलंपिक पदक विजेता टेस्टा और बीट्रिज भी जीतीं, फाइनल शनिवार और रविवार को होंगे

निकहत ज़रीन जीत का जश्न मनाते हुए।

खेल टुडे ब्यूरो 

नई दिल्ली: भारतीय स्टार मुक्केबाज नीतू घंघास, निकहत ज़रीन, लवलीना बोरगोहेन और स्वीटी बूरा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को यहां नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जारी आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।

नीतू जीत का जश्न मनाते हुए।

अपने लगातार तीन मुकाबले आरएससी (रेफरी के द्वारा मुकाबला रोके जाना) के आधार पर जीतने वाली नीतू (48 किग्रा) ने सेमीफाइनल में मौजूदा एशियाई चैंपियन और पिछले साल की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा को मात दी।

भारतीय मुक्केबाज ने बाउट रिव्यू के बाद 5-2 से जीत दर्ज की। नीतू को पिछली विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने इस बार खुद को बेहतरीन तरीके से साबित किया।

तीनों राउंड में दोनों मुक्केबाजों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। बाल्किबेकोवा ने नीतू के खिलाफ बाउट के दौरान खुद को मुकाबले में बनाए रखा और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बेहतर दिखीं। उन्होंने चतुराई से सटीक मुक्के मारे और पहली बार प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचने के लिए अपना गजब का धैर्य दिखाया।

नीतू ने अपनी बाउट के बाद कहा, “बाउट से पहले कुछ दबाव था क्योंकि मैं पिछले साल उनसे (बाल्कीबेकोवा) से हार गई थी और मैं इसे दोबारा नहीं दोहराना चाहती थी। मुझे पता था कि मुझे अपने दिमाग से खेलना होगा और आज थोड़ा धैर्य रखना होगा क्योंकि अगर मैं थोड़ा भी नर्वस हुई तो मैं बाउट हार जाऊंगी। कोचों ने मुझे उससे दूरी नहीं देने के लिए कहा था क्योंकि वह लंबी दूरी से अपना खेल खेलना शुरू कर देगी इसलिए मैंने करीबी रेंज से खेलना सुनिश्चित किया। इस जीत ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया है और मैं निश्चित रूप से फाइनल में भी अच्छा प्रदर्शन करूंगी।”

नीतू अब शनिवार को फाइनल में 2022 एशियाई चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की लुत्से खान अल्तांसेटसेग के खिलाफ खेलेंगी।

निकहत ज़रीन मुकाबले में।

नीतू के कड़े मुकाबले के बाद निकहत (50 किग्रा) के लिए आज का दिन काफी सही था और उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया को हरा दिया।

भारतीय मुक्केबाज इसके साथ ही लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतने के और करीब पहुंच गई जब उन्होंने 5-0 से एकतरफा जीत हासिल कर ली। अपने खेल में शीर्ष पर होने के कारण 26 वर्षीय स्टार मुक्केबाज ने अपनी तेज गति और शानदार ताकत का उपयोग करते हुए बाउट को शुरू से ही अपने नियंत्रण में रखा।

उन्होंने अगले कुछ राउंड में अपना संयम बनाए रखा और वह बाउट में हावी रही। निकहत ने अपने कोलंबियाई प्रतिद्वंद्वी को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया और सर्वसम्मत निर्णय से जीत दर्ज कर ली।

निकहत ने अपनी जीत के बाद कहा, “टूर्नामेंट के सभी मैचों में से, मुझे लगता है कि आज का मुकाबला मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। मेरा खेल बेहतर हो जाता है क्योंकि मैं अधिक तकनीकी मुक्केबाजों के खिलाफ खेलना जारी रखती हूं और पहले इंग्रिट के खिलाफ खेलने के बाद, मुझे इस बात का अंदाजा था कि आज कैसे खेलना है। पहले दो राउंड के बाद मेरी रणनीति दूर से खेलने की थी और जब वह आक्रामक होने लगी तो अपने हमलों को रोकने के साथ-साथ उसे आक्रमण नहीं करने दिया। अब केवल एक मैच बचा है और उम्मीद है कि मैं जीत जाऊंगी और अपना खिताब बचा लूंगी।”

निकहत अब रविवार को फाइनल में दो बार की एशियाई चैंपियन वियतनाम की गुयेन थी टैम से भिड़ेंगी।

लवलीना जीत के बाद खुशी जताते हुए।

अन्य मुकाबलों में दो शानदार मुक्केबाजों के बीच जबरदस्त संघर्ष को देखने को मिला। टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना (75 किग्रा) ने बाउट रिव्यू के बाद 2018 की विश्व चैंपियन चीन की ली कियान को 4-1 से हराकर अपने पहले विश्व चैंपियनशिप फाइनल में जगह बना ली। मुकाबला ऊपर-नीचे होता रहा और असम में जन्मी मुक्केबाज ने पहले दौर में 3-2 से जीत हासिल करने के लिए कड़ी मशक्कत की, लेकिन उनकी चीनी प्रतिद्वंद्वी ने वापसी करते हुए दूसरे दौर में 3-2 से जीत हासिल कर ली।

लवलिना को शाबाशी देते हुए बॉक्सिंग फेडरेशन के अध्यक्ष अजय सिंह व अन्य पदाधिकारी।

दोनों मुक्केबाजों के बीच कड़ी टक्कर होने के बावजूद 25 वर्षीय भारतीय ने प्रभावशाली ढंग से अपनी लय बदली और अंतिम दौर में  आक्रमणकारी प्रदर्शन के साथ जीत दर्ज कर ली। लवलीना अब रविवार को फाइनल में दो बार की राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर से भिड़ेंगी।

स्वीटी दर्शकों का आभार जताते हुए।

वहीं, तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी (81 किग्रा) ने सेमीफाइनल में भारत के दबदबे को कायम रखते हुए शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की एमा सू ग्रीनट्री को 4-3 से हरा दिया। हिसार की तेजतर्रार मुक्केबाज ने अपने बेहतरीन आक्रमण के साथ-साथ अपने विशाल अनुभव और ताकत का इस्तेमाल करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी को कड़े मुकाबले में पराजित कर दिया। स्वीटी अब शनिवार को फाइनल में 2018 की विश्व चैम्पियन चीन की वांग लीना के खिलाफ रिंग में उतरेंगी।

इस बीच, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इटली की इरमा टेस्टा (57 किग्रा) ने फ्रांस की जिदानी अमीना के खिलाफ 5-0 से जीत दर्ज कर लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। खिताबी मुकाबले में अब इतालवी खिलाड़ी का सामना कजाकिस्तान की करीना इब्रागिमोवा से होगा, जिन्होंने अपने एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में दो बार की विश्व चैंपियन चीनी ताइपे की  लिन-यू टिंग को हराया।

टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता ब्राजील (60 किग्रा) की बीट्रिज इस्मिन फरेरा ने भी 2018 एशियाई खेलों की चैंपियन दक्षिण कोरिया की ओह यिओन जी को सर्वसम्मत निर्णय से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।

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